teacher’s Day 2025:शिक्षक दिवस पर राजभवन में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह

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NV News Raipur:teacher’s Day 2025 शिक्षक दिवस के अवसर पर आज राजभवन के छत्तीसगढ़ मंडपम् में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान(State level teacher honor) समारोह का आयोजन हुआ। इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका (Governor Ramen Deka)और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने वर्ष 2024 के उत्कृष्ट शिक्षकों को राज्य स्तरीय सम्मान प्रदान किया। कार्यक्रम में प्रदेश के 64 शिक्षकों को राज्यपाल पुरस्कार से अलंकृत किया गया। वहीं, स्कूल शिक्षा मंत्री गजेन्द्र यादव (School Education Minister Gajendra Yadav)ने आगामी वर्ष 2025 के लिए चयनित शिक्षकों के नामों की घोषणा की।
समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल रमेन डेका ने भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति और महान शिक्षाविद् डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को नमन करते हुए कहा कि शिक्षा मानव के सर्वांगीण विकास का सशक्त माध्यम है। एक शिक्षक अपने विद्यार्थियों के लिए केवल मार्गदर्शक ही नहीं, बल्कि रोल मॉडल भी होता है। उन्होंने कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों के जीवन में प्रेरणास्रोत की भूमिका निभाते हैं। वे बच्चों को गिरकर उठना और जीवन की कठिनाइयों से जूझना सिखाते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि शिक्षण का उद्देश्य बच्चों को केवल पढ़ाना नहीं बल्कि उन्हें विद्यालय की ओर आकर्षित करना होना चाहिए। उन्होंने गुरुकुल परंपरा का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत की शिक्षा परंपरा सदैव श्रेष्ठ रही है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में “गेम चेंजर” बताया और कहा कि यह नीति शिक्षा को अधिक व्यवहारिक, कौशल आधारित और मातृभाषा केंद्रित बनाती है। मातृभाषा में शिक्षा से विद्यार्थियों की सीखने की क्षमता और अधिक बढ़ती है।
उन्होंने नवाचारी शिक्षा को समय की मांग बताते हुए कहा कि आज के शिक्षक नए-नए शिक्षण उपकरणों और सामग्री का उपयोग कर बच्चों को रुचिकर और सहज तरीके से पढ़ा रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि पाठ्यक्रमों में भी समयानुकूल बदलाव आवश्यक है, ताकि बच्चों को बदलते समाज और तकनीकी वातावरण के अनुरूप शिक्षा मिल सके।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने शिक्षकों को सच्चा राष्ट्र निर्माता बताया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार दीपक स्वयं जलकर दूसरों को प्रकाश देता है, उसी तरह शिक्षक भी कठिनाइयों के बावजूद ज्ञान का प्रसार करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे कर रहा है और इस रजत जयंती वर्ष में शिक्षा सहित सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में आज 20 से अधिक विश्वविद्यालय, 15 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज और आईआईटी, आईआईएम, एम्स तथा लॉ यूनिवर्सिटी जैसे राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्थान स्थापित हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का संकल्प है कि प्रत्येक बच्चे तक शिक्षा सुलभ हो। इसी उद्देश्य से प्राथमिक विद्यालय 1 किलोमीटर की दूरी पर, माध्यमिक विद्यालय 3 से 4 किलोमीटर पर, हाई स्कूल 6 से 7 किलोमीटर पर, हायर सेकेंडरी 8 से 10 किलोमीटर पर और प्रत्येक विकासखंड में महाविद्यालय की स्थापना की जा रही है।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि स्कूल शिक्षा मंत्री गजेन्द्र यादव ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होने से आने वाले वर्षों में प्रदेश की शिक्षा और अधिक गुणवत्तापूर्ण होगी। उन्होंने वर्ष 2025 के लिए राज्य शिक्षक सम्मान हेतु चयनित शिक्षकों की घोषणा की।
समारोह में विशेष पुरस्कारों की भी घोषणा की गई। सूरजपुर जिले के श्री अजय कुमार चतुर्वेदी को डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी स्मृति पुरस्कार, कबीरधाम जिले के रमेश कुमार चंद्रवंशी को गजानन माधव मुक्तिबोध स्मृति पुरस्कार, सारंगढ़-बिलाईगढ़ की सुनीता यादव को डॉ. मुकुटधर पाण्डेय स्मृति पुरस्कार, तथा रायगढ़ जिले के भोजराम पटेल को डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
Governor’s Award to 64 outstanding teachers
इसके अलावा प्रधान पाठक, व्याख्याता, व्याख्याता एल.बी., शिक्षक एल.बी., सहायक शिक्षक और सहायक शिक्षक एल.बी. वर्ग के कुल 64 उत्कृष्ट शिक्षकों को राज्यपाल पुरस्कार प्रदान किए गए।