CG Accident Case: तालाब में कमल तोड़ने गए डिप्टी रजिस्ट्रार की मौत, गहराई पर उठे सवाल…NV News

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NV News दुर्ग/(CG Accident Case): छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। उतई थाना क्षेत्र के पतोरा गांव में सीएसवीटीयू (छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय) के डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. भास्कर चंद्राकर की तालाब में डूबने से मौत हो गई। यह मामला हादसा है या लापरवाही, इसे लेकर अब सवाल उठने लगे हैं।
जानकारी के अनुसार, बुधवार शाम डॉ. चंद्राकर ड्यूटी खत्म होने के बाद सीएसवीटीयू के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) के साथ उतई क्षेत्र में एक प्लॉट का निरीक्षण करने पहुंचे थे। निरीक्षण के बाद लौटते समय उनकी नजर पतोरा गांव के सड़क किनारे स्थित तालाब में खिले कमल के फूलों पर पड़ी। उन्होंने कार रोकी और सीएफओ (CFO) से कहा कि उन्हें तैरना आता है, इसलिए वे आसानी से फूल तोड़कर लौट आएंगे।
डॉ. चंद्राकर तालाब में उतरे, लेकिन अचानक उनका पैर कमल के तनों और जड़ों में उलझ गया। वे खुद को छुड़ा नहीं पाए और डूबने लगे। सीएफओ (CFO) ने शोर मचाया, जिसके बाद आसपास के ग्रामीण मदद के लिए पहुंचे। ग्रामीणों की मदद से डॉ. चंद्राकर को बाहर निकाला गया और तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना के बाद ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि कुछ दिनों पहले ग्राम पंचायत की अनुमति से इस तालाब का गहरीकरण कराया गया था। मुरूम माफियाओं ने तय सीमा से अधिक गहराई कर दी, जिसके कारण तालाब खतरनाक हो गया। ग्रामीणों का मानना है कि अगर गहराई का सही ध्यान रखा गया होता, तो यह घटना टाली जा सकती थी।
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डॉ. भास्कर चंद्राकर मूल रूप से रायपुर के रहने वाले थे और पिछले चार वर्षों से प्रतिनियुक्ति पर सीएसवीटीयू, भिलाई में डिप्टी रजिस्ट्रार पद पर कार्यरत थे। उनकी स्थायी पदस्थापना शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय, जगदलपुर में थी। उनकी अचानक मौत से विश्वविद्यालय परिसर और शिक्षा जगत में शोक की लहर फैल गई है।
उतई पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि यह एक साधारण हादसा था या लापरवाही का परिणाम। ग्रामीणों के आरोपों को ध्यान में रखते हुए पुलिस तालाब के गहरीकरण और उससे जुड़े लोगों की भी जांच करेगी।