“Digital banking data security”: सीएम साय ने SBI साइबर सुरक्षा रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना…NV News

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Raipur (CG): डिजिटल लेन-देन के बढ़ते चलन और साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं के बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री निवास परिसर से भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के साइबर सुरक्षा जागरूकता रथ को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर सीएम साय ने कहा कि तकनीकी उन्नति ने लोगों के जीवन को सरल और तेज बना दिया है, लेकिन इसके साथ-साथ साइबर ठगी और ऑनलाइन धोखाधड़ी की घटनाएं भी बढ़ रही हैं।

सावधानियों के लिए सीएम साय की अपील:

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छोटी-छोटी सावधानियों और सतर्कता से डिजिटल दुनिया में होने वाले अपराधों से बचा जा सकता है। उन्होंने जनता से अपील की कि अपने बैंक खातों, पासवर्ड और ओटीपी जैसी संवेदनशील जानकारी किसी के साथ साझा न करें और संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें। सीएम साय ने बताया कि साइबर अपराधी लगातार नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को धोखा देने की कोशिश करते हैं, इसलिए सजग रहना बेहद आवश्यक है।

साइबर सुरक्षा में जागरूकता ही सबसे बड़ी ढाल:

SBI द्वारा शुरू किया गया यह साइबर जागरूकता अभियान राज्यभर में डिजिटल सुरक्षा के प्रति लोगों की समझ बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। अभियान के तहत विशेष ऑडियो-वीडियो संदेश, नुक्कड़ नाटक और कठपुतली नाटकों के माध्यम से आम जनता को साइबर धोखाधड़ी और उसके बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी दी जाएगी। मुख्यमंत्री साय ने बताया कि प्रदेश में 29 ऐसे हॉटस्पॉट चिन्हित किए गए हैं जहां साइबर अपराध के मामले अधिक आते हैं और इस रथ का विशेष ध्यान इन्हीं स्थानों पर रहेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा, “साइबर ठग हर रोज़ नई तकनीक और चालाकी से लोगों को निशाना बनाते हैं। केवल थोड़ी सी लापरवाही भी मेहनत की कमाई पर भारी पड़ सकती है। हमारा उद्देश्य है कि अधिक से अधिक लोग जागरूक हों और अपने डिजिटल लेन-देन को सुरक्षित रखें।”

एसबीआई की पहल,राज्यव्यापी साइबर सुरक्षा अभियान: 

SBI के अधिकारियों ने बताया कि डिजिटल माध्यम से होने वाली धोखाधड़ी और अनाधिकृत लेन-देन की घटनाओं में बढ़ोतरी को देखते हुए बैंक ने इस अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का समय अवधि 15 अगस्त से 30 नवंबर 2025 तक निर्धारित किया गया है। रथ राज्य के सभी 33 जिलों में जाएगा और वहां स्थानीय नाचा दल और नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से लोगों को साइबर सुरक्षा के महत्व और धोखाधड़ी से बचने के उपाय बताए जाएंगे।

ऑनलाइन धोखाधड़ी की रिपोर्टिंग के उपाय: 

SBI के डीजीएम राकेश सिन्हा और एजीएम दीपक कुमार सिन्हा सहित वरिष्ठ अधिकारीगण भी इस अवसर पर मौजूद रहे। अधिकारियों ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी का सामना करता है या उसे किसी प्रकार की अनाधिकृत लेन-देन की शिकायत करनी हो, तो वह बैंक की हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क कर सकता है।

डिजिटल लेन-देन में बढ़ती चुनौतियों का सामना: 

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर यह भी कहा कि डिजिटल लेन-देन में पारदर्शिता और सुविधा के साथ-साथ सुरक्षा का ध्यान रखना अनिवार्य है। उन्होंने कहा, “हर व्यक्ति को अपने डिजिटल जीवन की जिम्मेदारी स्वयं लेनी होगी। जागरूकता ही सबसे बड़ा बचाव है। हम चाहते हैं कि हर नागरिक सुरक्षित और सतर्क होकर डिजिटल दुनिया का लाभ उठा सके।”

रथ के माध्यम से लोगों तक पहुंचाई जाएगी जानकारी: 

बैंक के अधिकारियों ने बताया कि अभियान के दौरान रथ के माध्यम से आम लोगों तक संदेश पहुँचाने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों में वास्तविक जीवन के उदाहरणों और कथाओं के माध्यम से साइबर ठगी के नए तरीकों, फिशिंग, फ्रॉड कॉल, फर्जी वेबसाइट और अन्य धोखाधड़ी की जानकारी दी जाएगी। साथ ही, लोगों को यह भी बताया जाएगा कि किस प्रकार वे अपने व्यक्तिगत और वित्तीय डेटा को सुरक्षित रख सकते हैं।

साइबर जागरूकता के लिए रथ का महत्व: 

सीएम साय ने रथ की शुरुआत करते हुए कहा कि यह अभियान केवल लोगों को चेतावनी देने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसमें उन्हें व्यावहारिक उपाय और सुरक्षा के टिप्स भी दिए जाएंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि साइबर सुरक्षा केवल तकनीकी समाधान नहीं है, बल्कि यह हमारी जागरूकता और सतर्कता का परिणाम भी है।वही राज्य सरकार और बैंक मिलकर डिजिटल सुरक्षा को बढ़ावा दे रहे हैं।

और उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि हर नागरिक डिजिटल लेन-देन का लाभ सुरक्षित रूप से उठा सके। जागरूकता और सतर्कता ही हमारी सबसे बड़ी सुरक्षा ढाल है।”

मुख्यमंत्री का संदेश,जागरूक बने और दूसरों को भी सुरक्षित रखें: 

इस पहल के तहत, बैंक और राज्य सरकार का प्रयास है कि डिजिटल लेन-देन में धोखाधड़ी के मामलों को कम किया जा सके और लोग सुरक्षित तरीके से अपनी वित्तीय गतिविधियाँ कर सकें। सीएम साय ने अंत में सभी को संदेश देते हुए कहा कि , वे अपने परिवार और समाज के लोगों को भी साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करें और इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें।

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