“CG Health Services”: AIIMS रायपुर में 6 सितंबर से हाई-टेक रोबोटिक सर्जरी की नई शुरुआत…NV News 

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NV News:छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) अब एक नई तकनीकी उपलब्धि की ओर कदम बढ़ा रहा है। 6 सितंबर से यहां अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी(robotic surgery) सुविधा की शुरुआत होने जा रही है, जो प्रदेश के किसी भी सरकारी संस्थान में पहली बार शुरू होगी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय इसका औपचारिक उद्घाटन करेंगे।

AIIMS प्रबंधन के मुताबिक, अत्याधुनिक मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर(MOT) पूरी तरह तैयार है। शुरुआत में न्यूरो सर्जरी(neuro surgery), जनरल सर्जरी(general surgery), गायनी, ईएनटी (ENT)और नेत्र रोग विभाग में इसका इस्तेमाल किया जाएगा। आगे चलकर इसे अन्य विभागों में भी लागू किया जाएगा। यह सुविधा न केवल मरीजों के लिए लाभकारी होगी, बल्कि भविष्य के सर्जनों को अत्याधुनिक मिनिमली इनवेसिव(mini militia & prison based) और प्रिसिजन बेस्ड तकनीकों में प्रशिक्षित करने का भी केंद्र बनेगी।

क्या है रोबोटिक सर्जरी और कैसे करती है काम:

रोबोटिक सर्जरी आधुनिक शल्य चिकित्सा का वह रूप है, जिसमें सर्जन सीधे हाथों से ऑपरेशन करने के बजाय एक विशेष कंसोल के जरिए रोबोटिक भुजाओं को नियंत्रित करता है। यह सिस्टम थ्री-डी हाई क्वालिटी विज़न (system 3D quality high vision)देता है और हाथों के कंपन को खत्म कर देता है।

इस तकनीक से सर्जन को बेहद सटीकता, लचीलापन और स्थिरता मिलती है, जिससे सीमित जगहों पर भी जटिल सर्जरी करना आसान हो जाता है। पारंपरिक तरीकों में जहां पहुंच मुश्किल होती है, वहां यह तकनीक बड़ी मददगार है।

जानें किन बीमारियों में होगा फायदा:

विशेषज्ञों के अनुसार, रोबोटिक सर्जरी(robotic surgery) विशेष रूप से इन क्षेत्रों में कारगर है—

• प्रोस्टेट सर्जरी (मूत्ररोग)(prostate surgery)

• गर्भाशय सर्जरी (स्त्री रोग)(Uterine surgery)

• आंत्र सर्जरी(Intestinal surgery)

• लिवर ऑपरेशन(liver operation)

• रीनल ट्रांसप्लांट (किडनी प्रत्यारोपण)(renal transplant)

• न्यूरो सर्जरी(neuro surgery)

• अन्य जटिल अंगों की सर्जरी

फायदा मरीजों के लिए :

रोबोटिक सर्जरी में कंप्यूटर मॉनिटर के जरिए रोबोटिक हाथों को नियंत्रित करने से अत्यधिक सटीकता और स्थिरता मिलती है। जैसे-

• छोटे चीरे (कम इनवेसिव) (Smaller incisions & less invasive)

• न्यूनतम रक्तस्राव (Minimal bleeding)

• कम दर्द (Less pain)

• तेजी से रिकवरी (Faster recovery)

• जटिलताओं का कम खतरा (Lower risk of complications)

छोटा चीरा और कम दर्द का मतलब है कि मरीज को अस्पताल में कम समय रुकना पड़ता है और वह जल्दी सामान्य जीवन में लौट सकता है।

प्रदेश के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि:

AIIMS रायपुर के निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल (सेवानिवृत्त) ने कहा कि-

रोबोटिक सर्जरी की शुरुआत AIIMS के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि है। इससे छत्तीसगढ़ ही नहीं, बल्कि आसपास के राज्यों के मरीजों को भी स्थानीय स्तर पर विश्वस्तरीय सर्जिकल देखभाल मिलेगी।

इन सुविधाओं के लिए पहले, मरीजों को अक्सर दिल्ली, मुंबई या अन्य बड़े शहरों में जाना पड़ता था। अब यह तकनीक यहीं उपलब्ध होगी, जिससे समय और खर्च दोनों की बचत होगी।

मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री होंगे:

AIIMS रायपुर के निदेशक और उप निदेशक (प्रशासन) लेफ्टिनेंट कर्नल धर्मवीर सिंह चौहान ने बुधवार को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मुलाकात कर उन्हें कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बनने का निमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री ने इसे स्वीकार करते हुए AIIMS के प्रयासों की सराहना की और कहा कि इससे प्रदेश की चिकित्सा सेवाओं का स्तर नई ऊँचाइयों पर पहुंचेगा।

भविष्य की योजना:

AIIMS रायपुर का लक्ष्य केवल सर्जरी करना नहीं है, बल्कि आने वाले वर्षों में इसे ट्रेनिंग और रिसर्च का सेंटर बनाना है। मेडिकल छात्रों और युवा सर्जनों को रोबोटिक तकनीक की बारीकियां सिखाई जाएंगी, ताकि आने वाली पीढ़ी तकनीक का बेहतर इस्तेमाल कर सके।

राजधानी में स्वास्थ्य सेवाओं का तेजी से विस्तार:

पिछले कुछ वर्षों में AIIMS रायपुर ने कई नई सेवाएं शुरू की हैं, जैसे-

• कैंसर के इलाज के लिए एडवांस थैरेपी (Advanced therapy for cancer treatment)

• कार्डियक सर्जरी यूनिट (Cardiac surgery unit)

• अत्याधुनिक आईसीयू सुविधाएं (State-of-the-art ICU facilities)

•अब रोबोटिक सर्जरी तकनीक (Now robotic surgery technology)

इन सभी कदमों का उद्देश्य है कि मरीजों को बेहतर, तेज और सुरक्षित इलाज घर के करीब मिले।

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