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NV News:– इस योजना के माध्यम से पवित्र नदियों के किनारे बसे सभी पर्यटन स्थलों में आवश्यकता के अनुसार छोटे छोटे गेस्ट हाउस, छोटे हट, पार्क आदि बनवाये जाएंगे। स्वदेश दर्शन योजना 2024 के माध्यम से परिवहन, आर्थिक स्थिति, रोजगार और भोजन जैसी आवश्यक चीजों पर भी विशेष ध्यान दिया जायेगा। बता दें कि चित्रकूट में आज इस योजना के तहत परियोजना विकास और प्रबंधन सलाहकार के साथ अन्य विशेषज्ञ द्वारा आध्यात्मिक अनुभव परियोजना के बारे में चर्चा होगी।
भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय की स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के अंतर्गत चित्रकूट में कई उन्नयन एवं विकास के कार्य होने हैं। भूमिपूजन आज सुरेन्द्र पाल मैदान उद्यमिता परिसर चित्रकूट में होगा। पीएम मोदी वर्चुअल रूप चित्रकूट के साथ ही देश प्रदेश के कई शहरों में लोकार्पण-भूमिपूजन करेंगे। चित्रकूट के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और अन्य स्थानीय नेता भी शामिल होंगे।
चित्रकूट में गुरुवार को आयोजित इस कार्यक्रम में स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत 26 करोड़ 55 लाख रुपये लागत के मां मंदाकिनी घाटों के उन्नयन एवं विकास कार्य सहित सतना जिले के कुल 139 करोड़ 29 लाख रुपये लागत के 18 कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन होगा। इनमें 33 करोड़ 13 लाख रुपये लागत के 14 विकास कार्यों का लोकार्पण और 106 करोड़ 16 लाख रुपये लागत के कार्यों का शिलान्यास किया जाएगा।
क्या है स्वदेश दर्शन योजना
“स्वदेश दर्शन योजना” को पर्यटन सर्किट के एकीकृत विकास के उद्देश्य से पर्यटन और संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 2014-15 में शुरू की गई। यह एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है। इस योजना की परिकल्पना स्किल इंडिया, मेक इन इंडिया, स्वच्छ भारत अभियान आदि जैसी योजनाओं के साथ तालमेल बिठाने के उद्देश्य से की गई है।
इसके माध्यम से पर्यटन क्षेत्र को रोजगार सृजन,आर्थिक विकास के लिए प्रेरक शक्ति प्रदान करने और विभिन्न क्षेत्रों के साथ तालमेल बिठाने के लिए की गई है ताकि पर्यटन को अपनी क्षमता का एहसास हो सके।
इसके लिए योजना को एक प्रमुख इंजन के रूप में स्थान दिया गया है। योजना के द्वारा देश के पर्यटन स्थल के विकास में वृद्धि की जाएगी। यह योजना एक तरह की थीम पर आधारित है जो पर्यटन सर्किट के विकास को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है।