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NV न्यूज़ रायपुर: छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) की राज्य सेवा परीक्षा 2021 की चयन सूची को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। इस पर बुधवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अभी कुछ लोग सीजीपीएससी के चयन को लेकर प्रश्न उठा रहे हैं।
भाजपा के शासनकाल में चाहे देश में हो या राज्य में, बहुत सारे अभ्यर्थियों का चयन राजनेता और ब्यूरोक्रेट के घरों से हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा जिस तरह से आरोप लगा रही है और जिस तरह से इंटरनेट मीडिया में जो बातें कही जा रही हैं वह बेहद दुर्भाग्यजनक है।
यदि कोई चयनित हो रहा है किसी राजनेता के परिवार से या ब्यूरोक्रेट्स के घर से हैं तो कोई अपराध नहीं है। ये योग्यता का परिचायक है। यदि भाजपा के पास कोई तथ्य है तो उसे सामने लाएं, जांच कराएंगे। यदि गड़बड़ी है तो उसकी निश्चित जांच कराएंगे मगर ऐसा करके प्रदेश का माहौल खराब नहीं करना चाहिए।
मेरे पास भी भाजपा के शासनकाल चयनित अभ्यर्थियों के भी नाम है। अगर उनको उजागर करेंगे तो उनका भी मन खराब होगा। भाजपा जब अपने बच्चों को लोकसभा-विधानसभा में टिकट देती है तो बोलते हैं कि योग्यता के आधार पर दिया जा रहा है। अब यदि नेताओं और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चे चयनित हो रहे हैं तो उन पर प्रश्न खड़ा कर रहे हैं।
बतादें कि CGPSC की राज्य सेवा परीक्षा 2021 में गड़बड़ी का आरोप लगाकर भाजपा नेता गौरीशंकर श्रीवास ने राजभवन में शिकायत की है। आरोप है कि लेनेदेन करके पीएससी की सीटें को बेचा गया है। इस मामले में भाजपा सीबीआइ से जांच कराने की भी मांग की है।
गौरीशंकर का कहना है कि पीएससी के अध्यक्ष और उनके सचिव के रिश्तेदारों की नियुक्ति मिली है। उन्हाेंने आरोप लगाया कि यह संयोग नहीं प्रयोग है। उन्होंने पीएससी अध्यक्ष और परीक्षा नियंत्रक का नार्को टेस्ट कराने की मांग की है।
CGPsc ने राज्य सेवा परीक्षा 2021 के अभ्यर्थियों को उनकी उत्तर-पुस्तिका देखने के लिए सुविधा दी है। अपने व्यक्तिगत लागइन अकाउंट से अभ्यर्थी अपनी उत्तर-पुस्तिका 16 जून तक देख सकेंगे। आयोग ने परीक्षा में पारदर्शिता लाने के मकसद से ऐसी सुविधा शुरू की है।
पीएससी चयन सूची को लेकर भाजपा सरकार को घेर रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि प्रदेश का युवा खुद को ठगा महसूस कर रहा है। पीएससी की चयन सूची को देखकर यह साफ हो गया है कि यह छत्तीसगढ़ की युवा प्रतिभाओं के साथ सीधी-सीधी धोखाधड़ी है, छल है, अन्याय है।
रात-दिन पुरुषार्थ करने वाले प्रदेश के युवा अपने उज्ज्वल भविष्य की रचना कर जीवन को संवारने के लिए परिश्रम करते हैं, उन्हें प्रदेश सरकार ने ठेंगा दिखाने का काम किया है। प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ की युवा शक्ति के साथ जो छल किया है, वह बेहद शर्मनाक और चिंताजनक है।
18 मई को भाजयुमो लोक सेवा आयोग के दफ्तर का घेराव करेगा। भाजयुमो का कहना है कि चयन सूची को देखकर युवाओं में जिस प्रकार से आक्रोश पनपा है, जिस प्रकार से लोक सेवा आयोग की विश्वसनीयता पर परीक्षार्थी युवाओं ने शंका व्यक्त की है, प्रदेश सरकार उस पर जवाब दे। आरोप के जवाब में आरोप लगाना ठीक नहीं है।