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N.V. न्यूज़ बिलासपुर: एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत और उसके बाद ट्रैप करने की पेचीदगी के कारण अमूमन लोग सामने आने से बचते थे। हालांकि, इस पूरी प्रक्रिया में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम मदद करती थी, फिर भी यह सब आम लोगों के लिए आसान नहीं था, लेकिन अब तकनीकी के दौर में एंटी करप्शन ब्यूरो ने अपने काम के तरीके के साथ साथ पीड़ितों की सुविधा को भी बढ़ाया है।
इसी कड़ी में ACB ने वीडियो के बाद पहली बार ऑडियो के आधार पर कार्रवाई की है। फर्नीचर दुकान में आकर लाइसेंस की मियाद खत्म होने के नाम पर 50 हजार रिश्वत मांगने वाले फॉरेस्टर को ACB ने ऑडियो क्लिप के आधार पर पकड़ा है। एंटी करप्शन ब्यूरो/ईओडब्ल्यू के प्रमुख आरिफ शेख ने कहा कि लोग करप्शन के खिलाफ बेझिझक शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा ऑडियो-वीडियो भी प्रस्तुत कर सकते हैं। इसकी पुष्टि के बाद कार्रवाई की जाएगी।
उसलापुर में सत्या फर्नीचर के संचालक 23 वर्षीय सत्यव्रत प्रधान की शिकायत पर फॉरेस्टर गजेंद्र गौतम को गिरफ्तार किया गया। सत्यव्रत ने शिकायत की थी कि भाई की कोरोना में मौत के चलते लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं करवाया गया था। इस पर 45 वर्षीय गजेंद्र गौतम जो सीसीएफ उड़नदस्ता में हैं, ने 29 सितंबर को दुकान में आकर 50 हजार की मांग की थी। इसमें से 33800 रुपए तुरंत ले गया और बाकी 16 हजार दो सौ के लिए फिर दुकान में तकादा करने पहुंच गया। शिकायत पर इसकी पुष्टि होने पर उसे आज गिरफ्तार किया गया है।
अप्रैल में पहली कार्रवाई
ACB ने पहली कार्रवाई इस साल अप्रैल में की थी। मुंगेली जिले के लोरमी के एक किसान से एनएस मरावी नाम के पटवारी ने किसान किताब के लिए 6000 रिश्वत की मांग की थी। इसका वीडियो सामने आने के बाद कार्रवाई की गई।