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NV News:- छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में घूस लेने के आरोप में एक पटवारी को सस्पेंड कर दिया गया.
इसके बाद नायब तहसीलदार की शिकायत पर पुलिस ने पटवारी को गिरफ्तार कर लिया. ये मामला अब आंदोलन का रूप ले चुका है. बिना विभागीय जांच के सिर्फ सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर पटवारी को निलंबित करने के विरोध में जिले के सभी पटवारी शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है. पटवारियों की मांग है कि तहसीलदार, नायब तहसीलदार और थाना प्रभारी को सस्पेंड किया जाए.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, जिले के पामगढ़ तहसील अंतर्गत कोड़ाभाठ गांव के किसान राज कुमार कुर्रे को पैसों को जरूरत थी. वह अपनी जमीन बेचना चाहता था. लेकिन नक्शा राजस्व रिकॉर्ड में दुरुस्त नहीं था. इसके चलते नक्शा अपडेट कराने के लिए वह हल्का नंबर 23 के पटवारी देवेंद्र साहू के पास चक्कर लगा रहा था. आरोप है कि कई बार चक्कर लगाने के बाद पटवारी ने उससे 4 हजार रुपए मांगे. इसके लिए किसान ने उसे 500 के 8 नोट दिए.
इस दौरान किसान ने अपने सहयोगी की मदद से उसका वीडियो बना लिया. जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो में दिख रहा था कि पटवारी ने भी रुपए लेकर मेज की दराज में रख दिए. वीडियो वायरल होने के बाद 30 मई को पामगढ़ एसडीएम भास्कर सिंह मरकाम ने पटवारी को सस्पेंड कर दिया. इसके बाद अगले दिन नायब तहसीलदार अभिजीत राजभानु ने पटवारी के खिलाफ पुलिस में शिकायत की. और पुलिस ने पटवारी को गिरफ्तार कर लिया
इसी बात को लेकर जिलेभर के 256 पटवारी भड़क गए. और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. पटवारियों के हड़ताल पर चले जाने से राजस्व विभाग से संबंधित कई काम ठप पड़ गए है. राजस्व पटवारी संघ के बैनर तले जिले में पदस्थ सभी पटवारी कचहरी चौक पर इकट्ठा हुए और वहीं धरना देना शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि वायरल वीडियो के आधार पर एसडीएम ने पटवारी को सिर्फ सस्पेंड कर दिया. विभागीय जांच भी नहीं कराई. इसके अगले दिन पटवारी को पुलिस ने जबरजस्ती गिरफ्तार भी कर लिया. राजस्व पटवारी संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि तहसीलदार, नायब तहसीलदार और थाना प्रभारी. तीनों अधिकारियों को जब तक निलंबित नहीं किया जाएगा. तब तक हड़ताल जारी रहेगी. मांग पूरी नहीं होने पर प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी भी दी है.